भारत में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं देश के अलग-अलग हिस्सों में पूर्ण वर्ग के मरीज सामने आ रहे हैं देश में क्रोना वायरस से संक्रमित रोगियों की संख्या बढ़कर 149 हो गई है। अधिकारियों के अनुसार यह संख्या में दिव्य कर्नाटक और महाराष्ट्र में जान गवाने वाले 3 लोग और 25 विदेशी नागरिक भी शामिल हैं ऐसी मुश्किल समय में राजस्थान से खुशखबरी आई है। कोरोना वायरस से संक्रमित इन रोगी जयपुर के सवाई मानसिंह हॉस्पिटल में ठीक हो चुके हैं।
इन रोगियों को एंटी रेट्रो वायरल ड्रग का इस्तेमाल करके ठीक किया गया है। इन तीन रोगियों में दो इटली के और एक जयपुर का रहने वाला है माना जा रहा था कि कोरोनावायरस से अगर कोई बुजुर्ग व्यक्ति संक्रमित होता है तो उसको बचाना असंभव हो जाता है अब तक कोरोनावायरस से भारत में जो 3 मौतें हुई हैं उनमें मरने वाले सभी वृद्ध हैं सवाई मानसिंह हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने जिन रोगियों को बचाया है उनमें से एक की उम्र 85 साल बताई जा रही है इन तीनों रोगियों को फिलहाल डॉक्टरों की निगरानी में आइसोलेशन में ही रखा जा रहा है।
सवाई मानसिंह हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने 3 रोगियों एचआईवी के इलाज के दौरान दी जाने वाली दवा लोपिनावीर और रिटोनावीर से इलाज किया है डॉक्टरों के मुताबिक कोरोनावायरस और एचआईवी का एक जैसा मॉलिक्यूलर स्ट्रक्चर है लोपिनावीर और रिटोनावीर को एंटी रेट्रोवायरल ड्रग भी कहा जाता है एंटीरेट्रोवायरल एचआईवी के प्रभाव को कम करता है और उसे बढ़ने से रोकता है इससे पहले सरस के मरीजों में भी एक सरस का इस्तेमाल पहले किया जा चुका है।
किन मरीजों पर हो सकता है दवा का इस्तेमाल?
Indian Counselling of Medical Research की गाइडलाइन के मुताबिक एंटी रेट्रोवायरल का इस्तेमाल सिर्फ कंप्रोमाइज महीनों में ही हो सकता है कंप्रोमाइज मरीज हुए होते हैं जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा हो और साथ ही वह डायबिटीज हो दिल की बीमारी हो कम उम्र के रोगियों पर इस दवा का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं है।
इन रोगियों को एंटी रेट्रो वायरल ड्रग का इस्तेमाल करके ठीक किया गया है। इन तीन रोगियों में दो इटली के और एक जयपुर का रहने वाला है माना जा रहा था कि कोरोनावायरस से अगर कोई बुजुर्ग व्यक्ति संक्रमित होता है तो उसको बचाना असंभव हो जाता है अब तक कोरोनावायरस से भारत में जो 3 मौतें हुई हैं उनमें मरने वाले सभी वृद्ध हैं सवाई मानसिंह हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने जिन रोगियों को बचाया है उनमें से एक की उम्र 85 साल बताई जा रही है इन तीनों रोगियों को फिलहाल डॉक्टरों की निगरानी में आइसोलेशन में ही रखा जा रहा है।
सवाई मानसिंह हॉस्पिटल के डॉक्टरों ने 3 रोगियों एचआईवी के इलाज के दौरान दी जाने वाली दवा लोपिनावीर और रिटोनावीर से इलाज किया है डॉक्टरों के मुताबिक कोरोनावायरस और एचआईवी का एक जैसा मॉलिक्यूलर स्ट्रक्चर है लोपिनावीर और रिटोनावीर को एंटी रेट्रोवायरल ड्रग भी कहा जाता है एंटीरेट्रोवायरल एचआईवी के प्रभाव को कम करता है और उसे बढ़ने से रोकता है इससे पहले सरस के मरीजों में भी एक सरस का इस्तेमाल पहले किया जा चुका है।
किन मरीजों पर हो सकता है दवा का इस्तेमाल?
Indian Counselling of Medical Research की गाइडलाइन के मुताबिक एंटी रेट्रोवायरल का इस्तेमाल सिर्फ कंप्रोमाइज महीनों में ही हो सकता है कंप्रोमाइज मरीज हुए होते हैं जिनकी उम्र 60 साल से ज्यादा हो और साथ ही वह डायबिटीज हो दिल की बीमारी हो कम उम्र के रोगियों पर इस दवा का इस्तेमाल करने की इजाजत नहीं है।
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