जैसा कि आपको पता है कि पीतल तांबे या लोहे का कड़ा कलाई में पहनने का यह प्रचलन सदियों से चला आ रहा है लेकिन आज हम आपको कड़ा पहनने के कुछ लाभ के बारे में बताने जा रहे हैं.
1. कुछ लोग पीतल और तांबे का मिश्रित कड़ा पहनते हैं ऐसी मान्यता है कि पीतल से गुरु तांबे से मंगल और चांदी से चंद्र बलवान होता है.
2. कड़ा हनुमान जी का प्रतीक है पीतल और तांबा मिश्र धातु का कड़ा पहनने से सभी तरह के भूत प्रेत और आदि नकारात्मक शक्तियों से व्यक्ति की सुरक्षा होती है.
3. हाथ में कड़ा धारण करने से कई तरह की बीमारियों में भी रक्षा होती है जो व्यक्ति बार-बार बीमार होता है उसे सीधे हाथ में कड़ा पहनना चाहिए और ध्यान रहे कि मंगलवार को ही कड़ा बनवाएं इसके बाद शनिवार को वह खड़ा लेकर आए शनिवार को ही किसी भी हनुमान मंदिर में जाकर करें को बजरंगबली के चरणों में रख दें अब हनुमान चालीसा का पाठ करें इसके बाद कड़ा में हनुमान जी का थोड़ा सा सिंदूर लगाकर बीमार व्यक्ति सभ्य सीधे हाथ में पहनने जान रहे यह कड़ा हनुमान जी का आशीर्वाद स्वरुप है.
अतः अपनी पवित्र का पूरी तरह बनाए रखें कोई भी ऐप पवित्र कार्य करा पहनकर ना करें अन्यथा कड़ा प्रभावहीन हो जाएगा और फिर इससे कोई लाभ भी नहीं होगा.
1. कुछ लोग पीतल और तांबे का मिश्रित कड़ा पहनते हैं ऐसी मान्यता है कि पीतल से गुरु तांबे से मंगल और चांदी से चंद्र बलवान होता है.
2. कड़ा हनुमान जी का प्रतीक है पीतल और तांबा मिश्र धातु का कड़ा पहनने से सभी तरह के भूत प्रेत और आदि नकारात्मक शक्तियों से व्यक्ति की सुरक्षा होती है.
3. हाथ में कड़ा धारण करने से कई तरह की बीमारियों में भी रक्षा होती है जो व्यक्ति बार-बार बीमार होता है उसे सीधे हाथ में कड़ा पहनना चाहिए और ध्यान रहे कि मंगलवार को ही कड़ा बनवाएं इसके बाद शनिवार को वह खड़ा लेकर आए शनिवार को ही किसी भी हनुमान मंदिर में जाकर करें को बजरंगबली के चरणों में रख दें अब हनुमान चालीसा का पाठ करें इसके बाद कड़ा में हनुमान जी का थोड़ा सा सिंदूर लगाकर बीमार व्यक्ति सभ्य सीधे हाथ में पहनने जान रहे यह कड़ा हनुमान जी का आशीर्वाद स्वरुप है.
अतः अपनी पवित्र का पूरी तरह बनाए रखें कोई भी ऐप पवित्र कार्य करा पहनकर ना करें अन्यथा कड़ा प्रभावहीन हो जाएगा और फिर इससे कोई लाभ भी नहीं होगा.
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