नमस्कार दोस्तों आज हम आपके सामने एक ऐसी कहानी को लेकर आए हैं जिसके बारे में आपने पहले कभी नहीं सुना होगा। दोस्तों आप सभी ने प्राचीनकाल की कथा से जुड़ी एक सच्ची कहानी के बारे में बताने जा रहे हैं और यह कहानी जानकर आप हैरान है जाओगे आप सभी को पता होगा कि महाभारत में पांडवों की कहानी में द्रोपती ने पांच पांडवों के साथ शादी की थी कुछ ऐसे ही कहानी आज हम आपके सामने लेकर आए हैं जैसा कि आप सभी जानते हैं कि द्रोपती ने शादी केवल अर्जुन से की थी लेकिन माता कुंती के आदेश के बाद उसे पांचों भाइयों के साथ शादी करनी पड़ी और कुछ इस तरह से ही संबंधित कहानी को लेकर आज हम आपके सामने आए हैं और आप इस महिला को कलयुग की द्रोपती भी कह सकते हैं।
हैरानी की बात यह है कि जब उस से उसके पांच पतियों के बारे में पूछा गया तो उसने बताया कि वह बहुत ही खुश नसीब है कि उसे पांच पति मिले हैं और उसके पांच पति उसे बहुत चाहते हैं और प्यार करते हैं आगे वह कहती है कि इस तरह की शादी को कानूनी मानता भी नहीं है लेकिन फिर भी उसने यह शादी की और है शादी से बहुत खुश हैं और वह अपने पांचों पतियों का बहुत ध्यान रखती है।
लेकिन आपको बता दें कि भारत में अलग-अलग तरह की संस्कृति में अलग-अलग परंपराएं और यह कोई चौंकाने वाली बात भी नहीं है और आपको बता दें कि उत्तराखंड और तिब्बत के कई इलाकों में लड़कियों की संख्या पुरुषों के मुकाबले बहुत कम है जिसके कारण उन्हें शादी के लिए इस अजीबोगरीब प्रथा का पालन करना पड़ रहा है।
जानें पूरी घटना:- आपको बता दें कि यह घटना देहरादून में रहने वाले 1 गांव की है जहां पर एक परिवार में सालों से प्राचीन प्रथा चली आ रही है इस प्रथा के मुताबिक इस परिवार की रज्जो नाम की लड़की अपने पाँच सगे भाइयों से शादी की। आपको बता दें कि रज्जो हर रात अपनी अलग-अलग भाइयों के साथ रहती है और हर रात एक पति के साथ शारीरिक संबंध बनाती है आपको बता दीजिए रज्जो का एक बेटा भी है और उन पांचों भाइयों को यह भी नहीं पता है कि यह बेटा उनमें से किसका है गौरतलब की बात यह है कि ये पांचों भाई बेटे की परवरिश में कोई कमी नहीं रख रहे और पांचों भाई उसे अपना ही बेटा मानते हैं और सभी मिलकर उसका पालन पोषण कर रहे हैं।
लेकिन आपको बता दें कि भारत में अलग-अलग तरह की संस्कृति में अलग-अलग परंपराएं और यह कोई चौंकाने वाली बात भी नहीं है और आपको बता दें कि उत्तराखंड और तिब्बत के कई इलाकों में लड़कियों की संख्या पुरुषों के मुकाबले बहुत कम है जिसके कारण उन्हें शादी के लिए इस अजीबोगरीब प्रथा का पालन करना पड़ रहा है।
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